प्रेस विज्ञप्ति 29/09/2024
प्रेस विज्ञप्ति 21/09/2024
स्वच्छता पखवारा और वर्ल्ड फूड इंडिया के अवसर पर आरजेएस पीबीएच का प्रभात नमकीन आरडी फूड प्रोडक्ट्स की फ्रैक्टरी में दौरा.
पाॅजिटिव मीडिया ने सकारात्मक भारतीय व्यक्तित्व लक्ष्मण प्रसाद की सक्सेस स्टोरी प्रस्तुत की.
ग्रेटर नोएडा/ दिल्ली - स्वच्छता पखवारा और भारतमंडपम में 22 सितंबर तक चल रहे वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में विजिट करने के बाद 21 सितंबर 2024 को एक ऐसी सेल्फ मेड शख्सियत की कहानी पाॅजिटिव मीडिया के दर्शकों के सामने आ गई जो तमाम युवाओं को प्रेरित करती रहेगी।
राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस(आरजेएस पीबीएच)
परिवार के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने ग्रेटर नोएडा के इंडस्ट्रीयल एरिया में अवस्थित प्रभात नमकीन,आरडी फूड प्रोडक्ट्स के निदेशक लक्ष्मण प्रसाद और उनके सुपुत्र रवि और प्रभात से मुलाकात की। फिर शुरू हुआ फैक्ट्री का दौरा। इसमें आरजेएस पीबीएच न्यूज़ लेटर के अतिथि संपादक राजेंद्र सिंह कुशवाहा और विशेष तौर पर वर्ल्ड फूड इंडिया भरतमंडपम में निफ्टेम स्टाॅल के एक प्रदर्शक कूक सफारी के निदेशक मार्केटिंग चैतन्य छबि ने अपने अंदाज में सकारात्मक दृष्टिकोण प्रकट किए।पाॅजिटिव मीडिया फैमिली ने पाया कि फैक्ट्री में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था है। नमकीन के राॅ मैटेरियल से फाइनल प्रोडक्ट्स बनने और पैकेजिंग तक ह्यूमन टच नहीं के बराबर है। फूड प्रोसेसिंग की अत्याधुनिक मशीनों से लैस है प्रभात नमकीन की फैक्ट्री।
मीडियाकर्मी उदय कुमार मन्ना को प्रभात नमकीन,आरडी फूड प्रोडक्ट्स के निदेशक लक्ष्मण प्रसाद ने सफल उद्यमी बनने की कहानी साझा की। आइए जानते हैं, उनके फर्श से अर्श तक पहुंचने कहानी- एक सफल उद्यमी और एक सफल ब्रांड के मालिक की जुबानी।
लक्ष्मण प्रसाद ने रांची काॅलेज झारखंड से काॅमर्स में ग्रेजुएशन करने के बाद दिल्ली में 5 साल नौकरी की। वो बताते हैं कि माताजी का बचपन में ही ब्रेन ट्यूमर से निधन हो गया था। पिताजी ने हमें शिक्षा का महत्व बताया और सोच बड़ी रखने का संस्कार दिया।
लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि मेरी शादी हो चुकी थी और बच्चे भी थे ।ऐसी स्थिति में शायद ही कोई जोखिम लेता है।
लेकिन उनका सपना बड़ा था। बड़ा बिजनेस करने का और न केवल स्वयं का रोजगार करने का बल्कि कई और परिवारों का भरण-पोषण करने का। क्योंकि देश में फैली बेरोज़गारी देखकर उन्हें बहुत दु:ख होता था।
इसलिए नौकरी छोड़कर कम लागत में नमकीन का छोटा सा कारोबार दो कारीगरों से शुरू किए और स्वयं मार्केटिंग करने लगे। लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि इस काम में उन्हें पूरे परिवार का सहयोग मिला और उन्होंने सफल होने के लिए जान लगा दी। वो बताते हैं कि
कुरकुरे पन ने उनके नमकीन आइटम की मांग बढ़ा दी।
उन्होंने पहले अपने नमकीन प्रोडक्ट को खिलाकर टेस्ट करवाया और इस तरह से सारे स्टोर वालों ने उनका माल अपने स्टोर में रखना शुरू कर दिया।इस तरह सेल बढ़ती गई और उन्होंने रेट भी और प्रोडक्ट्स और कंपनियों के कॉपरेटिव में सही रखा। धीरे-धीरे नई मशीनों और नई तकनीक से
अच्छी क्वालिटी के उत्पादन करने लगे। वो बताते हैं कि
प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता पर हम कड़ी निगरानी रखते हैं क्योंकि यह उपभोग की वस्तुएं हैं और हम किसी भी कीमत पर अपने ग्राहकों के स्वास्थ्य से समझौता नहीं कर सकते । नाश्ते की वस्तुओं के उत्पादन के लिए गुणवत्ता सामग्री जैसे तेल, घी ,बेसन, मैदा आदि का नमकीन के उत्पादन में हाइजेनिक तरीके से उपयोग किया जाता है। वो बताते हैं कि आज हमारे 70 से 80 प्रोडक्ट्स बाजार में है और लगभग सौ कारीगरों और कर्मचारियों की टीम बनाई है। हम दीपावली के अवसर पर नये-नये उत्पाद लांच करने की तैयारी कर रहे हैं। हमने लक्ष्मण प्रसाद के जज्बे को सलाम किया और जयहिंदजयभारत सकारात्मक के साथ संवाद को संपन्न किया। आशा है पाॅजिटिव मीडिया के युवा साथियों को ये सच्ची कहानी पसंद आएगी।
जल्दी ही नए व्यक्तित्व की नई सक्सेस स्टोरी के साथ हाजिर होंगे,तब तक के लिए नमस्कार।
आकांक्षा
हेड क्रिएटिव टीम
आरजेएस पीबीएच
8368626368.
प्रेस विज्ञप्ति 22/09/2024.
विश्व शांति दिवस पर आरजेएस पीबीएच कार्यक्रम का 263 वां अंक प्रस्तुत हुआ।
शांति के लिये तनाव - चिंता- अवसाद मुक्त जीवन जरूरी -दीदेवार.
मैनिफेस्टो लागू करने वाले चार सकारात्मक व्यक्तित्वों को 29 सितंबर को मिलेगा सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिसिएशन.
नई दिल्ली।आज आरजेएस पीबीएच द्वारा अपने 263 वें कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र विश्व शांति दिवस 21 सितंबर के उपलक्ष्य में भारत-वंदन वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को मजबूत करने के लिये "शांति के लिये तनाव - चिंता- अवसाद मुक्त जीवन " विषय पर परिचर्चा आयोजित की गईं । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व सह-आयोजक सुरजीत सिंह दीदेवार जी ने कहा कि देवता देने वाले को कहते हैं । बच्चों में अवसाद के लिये माता पिता को जो वो बन नहीं सके अपनी इच्छा पूर्ति बच्चों से चाहते है, उस इच्छा को ठहराया । बच्चों की क्षमता के अनुसार ही पढ़ाई लिखाई और कार्य कराना चाहिये । अपनी इच्छा बच्चों पर थोपने से बच्चा अवसाद में चला जाता है । आदमी आपसी प्रतिस्पर्धा के कारण से अपने आप को असफल मानता है । हमें जो मिला है जो पास में है उसी से खुश रहकरऔर आगे तरक्की करने के विषय में सोचना चाहिये । उन्होंने कहा कि क्या आप बलशाली हाथी से तुलना करते हैं ? इसलिए अपने लोगों के साथ सह्दय व्यवहार रखना चाहिए। कार्यक्रम में एडवोकेट सुदीप साहू इसहाक खान, दुर्गादास आजाद, सत्येंद्र त्यागी,मुन्नी कुमारी आदि सभी प्रतिभागियों ने अपने विचार व्यक्त किए। लोगों ने ऑनलाइन लाॅटरी पर चिंता प्रकट की । लॉटरी खिलाने वाला कभी घाटे में नहीं रहता है । लॉटरी खेलने वाले ही घाटे में रहते हैं । बच्चों के डिप्रेशन का हल प्रस्तुत हुआ। दीदेवार जीवन ज्योति के संस्थापक सुरजीत सिंह दीदेवार जीवन को सुधारने को पर जोर देते हैं । आरजेएस पीबीएच संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना ने कार्यक्रम का संचालन और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद दिया तथा आगामी कार्यक्रमों की सूचना दी ।
पूरा कार्यक्रम आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया यूट्यूब पर देखा जा सकता है।
https://www.youtube.com/live/lqpWohF2Ibo?si=HUsMZPsLZazElct6
दिनांक 29 सितंबर 2024 को सुबह 11 बजे दिल्ली के आइटीओ स्थित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर संस्कार भारती सभागार में दीप माथुर विश्व हृदय दिवस पर "सकारात्मक मन की शक्ति: दिल से दिल तक " कार्यक्रम को ऑर्गेनाइज करेंगे। कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच न्यूज़ लेटर-सितंबर का लोकार्पण होगा। सकारात्मक मैनिफेस्टो वर्ष(2024-25)अवार्ड समिति के प्रफुल्ल डी शेठ ने फोन पर बताया कि अपने-अपने प्वाइंट के मैनिफेस्टो को लागू करने के लिए चौधरी इंद्राज सिंह सैनी(वेबसाइट), राजेन्द्र सिंह कुशवाहा(न्यूज़ लेटर) लक्ष्मण प्रसाद(ग्रंथ 04) और सत्येंद्र -सुमन त्यागी (ग्रंथ 04) को सर्टिफिकेट ऑफ अप्रिसिएशन प्रदान किया जाएगा।
मंगलवार 24 सितंबर को डा. मुन्नी कुमारी
बेटी दिवस पर और शुक्रवार 27 सितंबर को राजेन्द्र सिंह कुशवाहा विश्व पर्यटन दिवस पर सायं 5 वेबिनार को-ऑर्गेनाइज करेंगे।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये टेक्नीकल टीम का विशेष धन्यवाद किया गया।
आकांक्षा
हेड क्रिएटिव टीम
आरजेएस पीबीएच
8368626368.