August 2024

 Titled - "RAKSHABANDHAN SE BHARAT VANDAN AND VASUDHAIV KUTUMBAKAM"






प्रेस विज्ञप्ति 18/08/2024

आरजेसियंस ने माता रामरती देवी मंदिर कृषक प्रयोगशाला के सहयोग से रक्षाबंधन पर्व मनाया.

सकारात्मक वर्ष में रक्षाबंधन पर्व पर आरजेएस पीबीएच के न्यूज़ लेटर का हुआ विमोचन.

रक्षासूत्र के रूप में कमियों को दूर करने की प्रतिज्ञा है रक्षाबंधन पर्व - बीके डा. सविता बहन.

भारतीय संस्कृति में तीन लोकों की रक्षा की भावना है-  थपलियाल.

नई दिल्ली। राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) द्वारा रक्षाबंधन और भारत -वंदन से वसुधैव कुटुम्बकम चौथे भाग को श्रृंखलाबद्ध अमृत काल का सकारात्मक भारत-उदय -251वें संस्करण में प्रस्तुत किया।
अवसर था विश्व मानवीय दिवस और रक्षाबंधन पर्व।
रामरती देवी मंदिर कृषक प्रयोगशाला एवं कृषक पर्यटन स्थल कान्धरपुर गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश के संस्थापक राजेन्द्र सिंह कुशवाहा के सहयोग से आयोजित वेबिनार में रक्षाबंधन पर्व का परिवार के साथ साथ वैश्विक महत्व को भी उजागर किया। श्री कुशवाहा ने अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन किया।
आरजेएस पीबीएच संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के संयोजन और संचालन में आयोजित ऑनलाइन सेमिनार में मंथली बाइलिंगुअल न्यूजलेटर पाॅजिटिव मीडिया का विमोचन मुख्य अतिथि बीके डा.सविता बहन , नेशनल को-ऑर्डिनेटर वूमेन्स विंग, ब्रह्मकुमारीज संस्थान माउंट आबू और अध्यक्षता कर रहे भारतीय संस्कृति सम्मान के राष्ट्रीय संयोजक पार्थ सारथि थपलियाल ने किया। न्यूज़ लेटर अगस्त अंक के अतिथि संपादक राजेंद्र सिंह कुशवाहा हैं।
 कार्यक्रम में आरजेएस के  टाॅर्च बियरर्स ने पाॅजिटिव मीडिया न्यूज़ लेटर  को अपनी शुभकामनाएं दीं।
आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर ने शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि न्यूज लेटर आरजेएस पीबीएच परिवार से जुड़े लोगों के बीच सेतु का काम करेगा जिसे आरजेएस पीबीएच के वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है। प्रो. बिजाॅन कुमार मिश्रा आरजेएस एडवाइजर ने अपनी शुभकामना संदेश में  कहा कि न्यूज लेटर दुनिया के पॉजिटिव थिंकिंग का पार्ट बनेगा। इसे सभी आरजेसियंस मिलकर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएंगे और पाठकों के विचारों को भी इसमें जगह दी जाएगी।
अतिथि वक्ता सुषमा कुशवाहा ने  सद्भाव व भाईचारे का प्रतीक रक्षाबंधन पर डॉ कौशल किशोर की कविता सुनाई "यह बंधन जो मन के होते हैं"......।
अतिथि वक्ता दीपा कुशवाहा ने कहा कि रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का ही नहीं बल्कि सभी नागरिकों का त्यौहार है। पहले बहन थी तो हम बहन के साथ ही रक्षाबंधन मनाते थे बाद में भाई आया तो भाई के साथ भी मनाने लगे ।
जरूरतमंदों की सहायता का भी पर्व है रक्षाबंधन। 
अतिथि वक्ता के रुप में पाॅजिटिव मीडिया से जुड़े दिल्ली डायरी न्यूज़ की महिला पत्रकार खुशबू झा ने कहा कि जवानों के नाम पर भी राखी बांधना चाहिए क्योंकि वह हमारी रक्षा के लिए जान देते हैं। धरती की रक्षा और पर्यावरण की रक्षा करने के संकल्प पर्व का नाम है रक्षाबंधन।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ब्रह्माकुमारीज संस्थान माउंट आबू राजस्थान के महिला विंग की नेशनल कोऑर्डिनेटर बीके डॉक्टर सविता बहन ने कहा कि परमात्मा सब की रक्षा करता है जैसे पति रहते हुए भी भगवान कृष्ण ने द्रौपदी के लाज की रक्षा की ।
बहन भाई के मस्तक पर तिलक करती है वह आत्मा का स्थान है।
 विश्व सचमुच हमारा परिवार है ।इसलिए सभी के प्रति हमारा स्नेह और सहयोग रहना चाहिए। ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सोच है की बहन भी राखी बांधती है। जेल के कैदियों और  बॉर्डर के जवानों को राखी बांधी जाती है। ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा रक्षा सूत्र के रूप में अपनी कमियों को दूर करने की प्रतिज्ञा कराई जाती है।
भारतीय संस्कृति सम्मान के राष्ट्रीय संयोजक पार्थ सारथि थपलियाल ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि अपनी बहिन की रक्षा का दायित्व तो हर व्यक्ति का होता है लेकिन भारतीय संस्कृति में पत्नी के अलावा हर नारी उम्र के अनुसार माता, बहिन, बेटी की संज्ञा में आती हैं। ये सभी पूजनीय हैं।
मातृवत पर दारेसु पर द्रव्येसु लोष्ठवत... भारत नारी का सम्मान की संस्कृति का देश है। आरजेएस ने इस पर्व को विश्वबंधन माना है। यह मानने का कारण भी भारतीय संस्कृति है, जो व्यक्तियों में भेद को स्वीकार नहीं करती। पूरी वसुधा को परिवार मानती है।भारतीय चिंतन में मिलता है- उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् ॥ उन्होंने स्वामी विवेकानंद के शिकागो विश्वधर्म सम्मेलन में दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए  बहिन और भाई शब्द का संबोधन का संदर्भ जोड़ते हुए कहा कि भारतीय चिंतन भारतीय अनुष्ठानों के अंत में जो आप्त वचन कहे जाते हैं वे हैं धर्म की जय हो। अधर्म का नाश हो। प्राणियों में सद्भावना हो। विश्व का कल्याण हो। यही भाव आरजेएस का भी है। उन्होंने राम जानकी संस्थान के इस भाव को वैश्विक बनाने में सफलता की कामना की।
कार्यक्रम में मौ.इसहाक खान, सत्येंद्र त्यागी,डा.मुन्नी कुमारी,मयंक और आकांक्षा आदि शामिल हुए।

आकांक्षा 
हेड क्रिएटिव टीम 
8368626368



Click on below link to watch the webinar :

https://www.youtube.com/live/oq6JHfdZZ2Y?si=ULPeLMuwZ54Qdmtw



 



प्रेस विज्ञप्ति 19/08/2024

सकारात्मक वर्ष में रक्षाबंधन पर्व पर आरजेएस पीबीएच के न्यूज़ लेटर का हुआ विमोचन.

रक्षासूत्र के रूप में कमियों को दूर करने की प्रतिज्ञा है रक्षाबंधन पर्व - बीके डा. सविता बहन.

भारतीय संस्कृति में तीन लोकों की रक्षा की भावना है-  थपलियाल.

नई दिल्ली। राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) द्वारा रक्षाबंधन और भारत -वंदन से वसुधैव कुटुम्बकम चौथे भाग को श्रृंखलाबद्ध अमृत काल का सकारात्मक भारत-उदय -251वें संस्करण में प्रस्तुत किया।
अवसर था विश्व मानवीय दिवस और रक्षाबंधन पर्व।
रामरती देवी मंदिर कृषक प्रयोगशाला एवं कृषक पर्यटन स्थल कान्धरपुर गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश के संस्थापक राजेन्द्र सिंह कुशवाहा के सहयोग से आयोजित वेबिनार में रक्षाबंधन पर्व का परिवार के साथ साथ वैश्विक महत्व को भी उजागर किया। श्री कुशवाहा ने अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन किया।
आरजेएस पीबीएच संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के संयोजन और संचालन में आयोजित ऑनलाइन सेमिनार में मंथली बाइलिंगुअल न्यूजलेटर पाॅजिटिव मीडिया का विमोचन मुख्य अतिथि बीके डा.सविता बहन , नेशनल को-ऑर्डिनेटर वूमेन्स विंग, ब्रह्मकुमारीज संस्थान माउंट आबू और अध्यक्षता कर रहे भारतीय संस्कृति सम्मान के राष्ट्रीय संयोजक पार्थ सारथि थपलियाल ने किया। न्यूज़ लेटर अगस्त 2024 अंक के अतिथि संपादक राजेंद्र सिंह कुशवाहा हैं।
 कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच के  टाॅर्च बियरर्स ने पाॅजिटिव मीडिया न्यूज़ लेटर  को अपनी शुभकामनाएं दीं।
आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर ने शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि न्यूज लेटर आरजेएस पीबीएच परिवार से जुड़े लोगों के बीच सेतु का काम करेगा जिसे आरजेएस पीबीएच के वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है। प्रो. बिजाॅन कुमार मिश्रा आरजेएस एडवाइजर ने अपनी शुभकामना संदेश में  कहा कि न्यूज लेटर दुनिया के पॉजिटिव थिंकिंग का पार्ट बनेगा। इसे सभी आरजेसियंस मिलकर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएंगे और पाठकों के विचारों को भी इसमें जगह दी जाएगी।
अतिथि वक्ता सुषमा कुशवाहा ने  सद्भाव व भाईचारे का प्रतीक रक्षाबंधन पर डॉ कौशल किशोर की कविता सुनाई "यह बंधन जो मन के होते हैं"......।
अतिथि वक्ता दीपा कुशवाहा ने कहा कि रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का ही नहीं बल्कि सभी नागरिकों का त्यौहार है। पहले बहन थी तो हम बहन के साथ ही रक्षाबंधन मनाते थे बाद में भाई आया तो भाई के साथ भी मनाने लगे ।
जरूरतमंदों की सहायता का भी पर्व है रक्षाबंधन। 
अतिथि वक्ता के रुप में पाॅजिटिव मीडिया से जुड़े दिल्ली डायरी न्यूज़ की महिला पत्रकार खुशबू झा ने कहा कि जवानों के नाम पर भी राखी बांधना चाहिए क्योंकि वह हमारी रक्षा के लिए जान देते हैं। धरती की रक्षा और पर्यावरण की रक्षा करने के संकल्प पर्व का नाम है रक्षाबंधन।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ब्रह्माकुमारीज संस्थान माउंट आबू राजस्थान के महिला विंग की नेशनल कोऑर्डिनेटर बीके डॉक्टर सविता बहन ने कहा कि परमात्मा सब की रक्षा करता है जैसे पति रहते हुए भी भगवान कृष्ण ने द्रौपदी के लाज की रक्षा की ।
बहन भाई के मस्तक पर तिलक करती है वह आत्मा का स्थान है।
 विश्व सचमुच हमारा परिवार है ।इसलिए सभी के प्रति हमारा स्नेह और सहयोग रहना चाहिए। ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सोच है की बहन भी राखी बांधती है। जेल के कैदियों और  बॉर्डर के जवानों को राखी बांधी जाती है। ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा रक्षा सूत्र के रूप में अपनी कमियों को दूर करने की प्रतिज्ञा कराई जाती है।
भारतीय संस्कृति सम्मान के राष्ट्रीय संयोजक पार्थ सारथि थपलियाल ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि अपनी बहिन की रक्षा का दायित्व तो हर व्यक्ति का होता है लेकिन भारतीय संस्कृति में पत्नी के अलावा हर नारी उम्र के अनुसार माता, बहिन, बेटी की संज्ञा में आती हैं। ये सभी पूजनीय हैं।
मातृवत पर दारेसु पर द्रव्येसु लोष्ठवत... भारत नारी का सम्मान की संस्कृति का देश है। आरजेएस ने इस पर्व को विश्वबंधन माना है। यह मानने का कारण भी भारतीय संस्कृति है, जो व्यक्तियों में भेद को स्वीकार नहीं करती। पूरी वसुधा को परिवार मानती है।भारतीय चिंतन में मिलता है- उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् ॥ उन्होंने स्वामी विवेकानंद के शिकागो विश्वधर्म सम्मेलन में दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए  बहिन और भाई शब्द का संबोधन का संदर्भ जोड़ते हुए कहा कि भारतीय चिंतन भारतीय अनुष्ठानों के अंत में जो आप्त वचन कहे जाते हैं वे हैं धर्म की जय हो। अधर्म का नाश हो। प्राणियों में सद्भावना हो। विश्व का कल्याण हो। यही भाव आरजेएस का भी है। उन्होंने राम जानकी संस्थान के इस भाव को वैश्विक बनाने में सफलता की कामना की।
कार्यक्रम में मौ.इसहाक खान, सत्येंद्र त्यागी,डा.मुन्नी कुमारी,मयंक और आकांक्षा आदि शामिल हुए।

                                                                                                                                                                 
                                                                                                                                                                     आकांक्षा 
                                                                                                                                                               हेड क्रिएटिव टीम 
                                                                                                                                                                 8368626368





प्रेस विज्ञप्ति -11/08/2024

 अगले सकारात्मक वर्ष के लिए आरजेसियंस ने लिया 10 सूत्रीय संकल्प.

स्वामी सर्वलोकानंद जी के सानिध्य में हुए आजादी पर्व में मुख्य अतिथि डा.संदीप मारवाह ने लांच किया आरजेएस सकारात्मक वर्ष.

आरजेसियंस के सकारात्मक कार्यों को मिला राष्ट्रीय सम्मान,10 सूत्रीय संकल्प पर होगा काम.

नई दिल्ली. 78 वें स्वतंत्रता दिवस और अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस उत्सव पर राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) द्वारा वार्षिक कार्यक्रम राष्ट्र प्रथम भारत एक परिवार विश्व एक घर पर आधारित श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों की कड़ी में भारत वंदन व वसुधैव कुटुम्बकम् की तीसरी प्रस्तुति शारदा ऑडिटोरियम , रामकृष्ण मिशन नई दिल्ली में आयोजित हुआ । 
स्वामी सर्वलोकानंद जी के सानिध्य में हुए आजादी पर्व में मुख्य अतिथि डा.संदीप मारवाह ने लांच किया आरजेएस सकारात्मक वर्ष.
अमृत काल का सकारात्मक भारत-उदय ग्रंथ भाग तीन का अतिथियों ने लोकार्पण किया तत्पश्चात इस ग्रंथ का वितरण किया गया। स्वामी सर्वलोकानंद जी ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए सकारात्मक आंदोलन की सराहना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आफ्ट यूनिवर्सिटी मीडिया एंड आर्ट्स के चांसलर  व मारवाह स्टुडियों के संस्थापक डा. संदीप मारवाह ने सकारात्मक मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि सकारात्मक मीडिया की आवश्यकता है जो सार्थक  खबरें दिखाये छापे भी। उन्हें लाइफटाइम ग्लोबल पॉजिटिव सर्विसेज अवार्ड 2023-24 प्रदान किया गया।
डा.श्वेता गोयल आस्ट्रेलिया से विशेष कर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने माता-पिता और सुपुत्र आर्यन के साथ आईं , उन्हें  सम्मानित किया गया। ऑस्ट्रेलिया में लेक्चरर डा. श्वेता गोयल ने "अनलाॅकिंग द मैजिक" पुस्तक लिखी हैं जो गीता पर आधारित है।
सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल, सरुप नगर के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। आरजेएस पीबीएच संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना ने दस बिंदुओं के मेनीफेस्टो के बारे में बताया और उस पर उपस्थित आरजेसियंस ने सहमति जताई ।हैदराबाद से अन्तर्राष्ट्रीय उपभोक्ता विशेषज्ञ प्रो.बिजॉन कुमार मिश्रा ने आरजेएस पीबीएच स्टूडियोज को कंप्यूटर देने की घोषणा की तथा बड़ौदा से प्रफुल्ल डी. सेठ व रंजन बेन शेठ मंथली कार्यक्रम की घोषणा की। डेली डायरी न्यूज़ संस्थापक प्रखर वार्ष्णेय और दुर्गा दास मिश्रा ने मीडिया सपोर्ट करते रहने की बात की।कार्यक्रम में जलपान की व्यवस्था प्रभात नमकीन के सहयोग से थी । आकाशवाणी के उद्घोषक अशोक शर्मा और आरजेएस की क्रिएटिव टीम हेड आकांक्षा मन्ना ने मंच संचालन किया । समाज सेवी इंद्राज सिंह सैनी ने वेबसाइट की जिम्मेदारी ली वहीं 
समाजसेवी राजेन्द्र सिंह कुशवाहा ने न्यूज़ लेटर और मंथली को-ऑर्गेनाइजर की जिम्मेदारी ली.
मंथली कार्यक्रम में उज्ज्वल वीमेंस एसोसिएशन , सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल,डेली डायरी न्यूज़, समाचार निर्देश, नजफगढ़ मेट्रो सहित आचार्य प्रेम भाटिया, सुरजीत सिंह दीदेवार ,अशोक कुमार मलिक, बिन्दा मन्ना , सत्येंद्र त्यागी और सुमन त्यागी, आदि सभी का सम्मान किया गया।  संज्ञान दृष्टि के संपादक प्रांजल श्रीवास्तव ने सहयोग दिया। उदय मन्ना ने कार्यक्रम का यू ट्यूब पर सीधा प्रसारण के लिए टेक्नीकल टीम का  धन्यवाद दिया ।

आकांक्षा 
हेड क्रिएटिव टीम 
8368626368

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RJS-PBH

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